श्रीनगर, 28 जुलाई 2025 – जम्मू-कश्मीर में भारतीय सुरक्षा बलों ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए तीन आतंकवादियों को मार गिराया। यह ऑपरेशन श्रीनगर के जबरवान इलाके में चलाया गया, जिसे “ऑपरेशन महादेव” नाम दिया गया है। यह कार्रवाई हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद चलाए जा रहे जवाबी अभियानों का हिस्सा है, जिसने आतंकी संगठनों में हड़कंप मचा दिया है।
🔹 ऑपरेशन कैसे अंजाम दिया गया?
सुरक्षा सूत्रों के अनुसार, सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और राष्ट्रीय राइफल्स (RR) की संयुक्त टीम ने दाचीगाम वन क्षेत्र में खुफिया जानकारी के आधार पर घेराबंदी की। जब सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों का पता लगाने की कोशिश की, तो उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में तीन आतंकवादी ढेर कर दिए गए। अभी भी पूरे इलाके में तलाशी अभियान जारी है।
🔹 कौन थे मारे गए आतंकवादी?
अभी तक उनकी पहचान नहीं हो पाई है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, वे द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) से जुड़े हो सकते हैं। यही संगठन 22 अप्रैल 2025 को अनंतनाग के बैसरन घाटी में हुए निर्दोष पर्यटकों के हमले के लिए जिम्मेदार माना जाता है, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी।
🔹 “ऑपरेशन महादेव” और “ऑपरेशन सिंदूर” का कनेक्शन
सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह ऑपरेशन “ऑपरेशन सिंदूर” की अगली कड़ी है। मई 2025 में पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के अंदर भारतीय वायुसेना द्वारा किए गए हवाई हमलों को “ऑपरेशन सिंदूर” नाम दिया गया था, जिसका मकसद पहलगाम हमले के साजिशकर्ताओं को टारगेट करना था।
🔹 अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
इस ऑपरेशन के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की रणनीति पर चर्चा हो रही है। अमेरिका, फ्रांस और इजराइल जैसे देशों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया है, जबकि पाकिस्तान ने इसे “संप्रभुता उल्लंघन” बताया है।
🔹 सुरक्षा बलों की नई रणनीति
“ऑपरेशन महादेव” से साफ है कि भारत अब “प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक” (पहले ही हमला करने) की नीति पर चल रहा है। सुरक्षाबल अब आतंकवादियों को खोजकर, घेरकर और नष्ट करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
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