नोएडा – नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर एयरपोर्ट) के तीसरे और चौथे चरण के विस्तार के लिए जिला प्रशासन ने भूमि अधिग्रहण और विस्थापन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत 14 गांवों की 1,888.98 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा, जिससे 9,036 परिवार प्रभावित होंगे।
किन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहित?
प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण में शामिल गांव हैं:
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रोही, पारोही, बंकापुर, दयानतपुर, सबौता मुस्तफाबाद
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मुकीमपुर शिवारा, किशोरपुर, बनवारीबांस, जेवर बांगर
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रामनेर, अहमदपुर चौरोली, ख्वाजपुर, थोरा, नीमका शाहजहांपुर
कितने लोग होंगे प्रभावित?
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इन गांवों में कुल 10,847 बच्चे, 16,343 पुरुष और 15,243 महिलाएं रहती हैं।
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विस्थापित होने वाले 7,977 पुरुष और 1,385 महिलाओं सहित 9,036 परिवारों को पुनर्वास दिया जाएगा।
कब होगी लोक सुनवाई?
जिला प्रशासन ने प्रभावित ग्रामीणों की आपत्तियां सुनने के लिए 4 से 11 जुलाई तक लोक सुनवाई का कार्यक्रम तय किया है:
गांव | तिथि |
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रोही, पारोही, बंकापुर | 4 जुलाई |
दयानतपुर, सबौता, मुकीमपुर | 5 जुलाई |
किशोरपुर, बनवारीबांस | 7 जुलाई |
जेवर बांगर, रामनेर | 8 जुलाई |
अहमदपुर चौरोली, ख्वाजपुर | 9 जुलाई |
थोरा | 10 जुलाई |
नीमका शाहजहांपुर | 11 जुलाई |
क्या मिलेगा मुआवजा?
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यूपी सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति 2017 के तहत प्रभावितों को मुआवजा दिया जाएगा।
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जमीन के बाजार मूल्य से चार गुना तक का मुआवजा और पुनर्वास योजनाएं लागू की जा सकती हैं।
आगे की कार्रवाई
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लोक सुनवाई के बाद प्रशासन आपत्तियों का निस्तारण करेगा।
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विस्थापितों के लिए आवास, रोजगार और अन्य सुविधाओं का प्रबंध किया जाएगा।
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एयरपोर्ट विस्तार से क्षेत्र में रोजगार और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को बढ़ावा मिलेगा।
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