गाजियाबाद के मुरादनगर इलाके में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां अपराधियों ने पुलिस थाने के ठीक सामने एक युवक को गोली मारकर हत्या कर दी। पीड़ित रवि शर्मा (32) की मौत के बाद परिजनों ने थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस आयुक्त ने थानाध्यक्ष समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है।
घटना का क्रम
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कार विवाद से शुरुआत: बुधवार शाम रवि अपनी भतीजी को लेने गांव के बाहर कार में खड़े थे। इसी दौरान गांव के ही अजय चौधरी और मोंटू से कार हटाने को लेकर झगड़ा हो गया।
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घर पर हमला: विवाद के बाद आरोपियों ने रवि के घर पर फायरिंग की, जिसमें दो गोलियां गेट पर लगीं।
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थाने के बाहर हत्या: रवि जब शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचा, तो आरोपियों ने थाने के गेट के सामने ही उस पर गोलियां बरसा दीं। रवि की मौके पर ही मौत हो गई।
परिजनों का आक्रोश
परिजनों का आरोप है कि पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन हत्यारे बिना किसी रोकटोक के वहां से फरार हो गए। आज सुबह परिजनों ने रवि का शव थाने के बाहर रखकर जोरदार प्रदर्शन किया।
आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड
पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी अजय चौधरी पहले भी एक नाबालिग लड़की से दुष्कर्म के मामले में जेल जा चुका है और महज 15 दिन पहले ही रिहा हुआ था।
पुलिस पर कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस आयुक्त ने मुरादनगर थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह तोमर, रात्रि अधिकारी सूबे सिंह और बीपीओ मोहित सिंह को निलंबित कर दिया है।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
सपा नेता व पूर्व विधायक अमरपाल शर्मा ने घटना की निंदा करते हुए कहा, “गाजियाबाद में अपराधियों का हौसला इतना बढ़ गया है कि वे पुलिस की नाक के नीचे हत्या कर रहे हैं। यह पुलिस की नाकामी है।”
अगले कदम
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पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
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मामले में गैंगस्टर एक्ट सहित कड़ी धाराएं लगाई जाएंगी।
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प्रशासन ने मृतक के परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।
निष्कर्ष: यह घटना गाजियाबाद में बढ़ते अपराध और पुलिस की लापरवाही की ओर इशारा करती है। अब देखना होगा कि पुलिस कितनी जल्दी आरोपियों को पकड़ती है और कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए क्या कदम उठाती है।
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