जम्मू-कश्मीर की धरती से एक साहसिक और स्पष्ट भाषण में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत परमाणु हथियारों की धमकियों से डरने वाला देश नहीं है। उन्होंने कहा, “हम परमाणु धमकियों से नहीं डरते। भारत एक ऐसा राष्ट्र है जो केवल धर्म के नहीं, बल्कि कर्म – अपने कर्तव्य – के आधार पर कार्य करता है।” उनके इस बयान ने भारतीय सशस्त्र बलों की तैयारियों और संकल्प को उजागर किया।
उन्होंने सीमा पार आतंकवाद और क्षेत्र में लगातार बनी सुरक्षा चुनौतियों के बावजूद भारतीय सेना की अटूट सतर्कता और बलिदान की सराहना की। सिंह की सरकार का उद्देश्य भारत की छवि को एक मजबूत और दृढ़ राष्ट्र के रूप में प्रस्तुत करना है, जो किसी भी भय या कमजोरी की धारणा को चुनौती देता है।
राजनाथ सिंह का श्रीनगर में दिया गया यह संबोधन एक बहुपरतीय संवाद था – जिसमें आश्वासन के साथ-साथ आने वाली चुनौतियों की यथार्थवादी स्वीकारोक्ति भी शामिल थी। यह संदेश न केवल क्षेत्रीय शांति के लिए आवश्यक है, बल्कि नागरिकों के बीच आत्मविश्वास और सशक्तिकरण की भावना को भी मजबूत करता है।
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