कर्नाटक सरकार ने सोना तस्करी मामले में गिरफ्तार कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव के सौतेले पिता के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं। सरकार ने जांच की जिम्मेदारी अतिरिक्त मुख्य सचिव गौरव गुप्ता को सौंपी है। रान्या राव के पिता रामचंद्र राव डीजीपी रैंक के अधिकारी हैं। वह वर्तमान में कर्नाटक राज्य पुलिस आवास एवं अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक हैं। अब सोना तस्करी मामले में उनकी भूमिका की जांच की जाएगी।
सीआईडी करेगी अधिकारियों की लापरवाही की जांच
कर्नाटक के मुख्यमंत्री कार्यालय ने मंगलवार को बताया कि गौरव गुप्ता की नियुक्ति का आदेश सोमवार रात को जारी किया गया। सरकार ने बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पुलिस अधिकारियों की लापरवाही की भी जांच के आदेश दिए हैं। सीआईडी इस मामले की जांच करेगी।
एक हफ्ते में देनी होगी जांच रिपोर्ट
आदेश के मुताबिक, एसीएस गौरव गुप्ता प्रोटोकॉल संबंधी सुविधाओं के लाभ और वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रामचंद्र राव की भूमिका की जांच करेंगे। आदेश में तुरंत जांच शुरू करने का आदेश दिया गया है। एक हफ्ते में जांच रिपोर्ट भी देनी होगी। अपने आदेश में सरकार ने पुलिस महानिदेशक और पुलिस महानिरीक्षक (पुलिस बलों के प्रमुख) तथा कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग के सचिव को सभी आवश्यक दस्तावेज और सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
रान्या ने प्रोटोकॉल का किया दुरुपयोग
सरकार ने आदेश में कहा कि अभिनेत्री रान्या राव दुबई से सोने की छड़ें लाते समय बेंगलुरु एयरपोर्ट पर पकड़ी गईं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अभिनेत्री ने अपने आईपीएस पिता रामचंद्र राव को दी गई प्रोटोकॉल सुविधाओं का दुरुपयोग किया है। जांच से बचने के लिए उन्होंने उनके नाम और पते का इस्तेमाल किया है। आदेश में यह भी कहा गया है कि रान्या के विदेश से आने-जाने के दौरान एयरपोर्ट पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरती है।
रान्या के पास मिला करोड़ों का सोना
गौरतलब है कि 3 मार्च को राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने अभिनेत्री रान्या राव को बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर 12.56 करोड़ रुपये के सोने की छड़ों के साथ हिरासत में लिया था। अगले दिन डीआरआई ने बेंगलुरु में रान्या के आवास पर छापा मारा। यहां से 2.06 करोड़ रुपये के सोने के आभूषण और नकदी जब्त की गई। डीआरआई के अलावा सीबीआई भी मामले की जांच कर रही है।
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