एनडीए की बैठक में भाजपा ने बनाई दिल्ली विधानसभा चुनाव की रणनीति, पहली बार इन दलों के नेता करेंगे भाजपा के पक्ष में प्रचार
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर विपक्षी एनडीए के दो घटक दलों कांग्रेस और आप के बीच जहां घमासान मचा हुआ है, वहीं एनडीए ने एकजुट होकर प्रचार करने का फैसला किया है। बुधवार को जेपी नड्डा के घर एनडीए नेताओं की बैठक में यह फैसला लिया गया।
बैठक में डीटीपी से चंद्रबाबू नायडू और जेडीएस से एचडी कुमारस्वामी, निषाद पार्टी के संजय निषाद, अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल, हम के जीतन राम मांझी समेत घटक दलों के सभी नेताओं ने चुनाव प्रचार में हिस्सा लेने पर सहमति जताई।
जेडीयू और एलजेपी को मिल सकती हैं कुछ सीटें
कहा जा रहा है कि जेडीयू और एलजेपी को कुछ सीटें दी जा सकती हैं, जिसके लिए बातचीत चल रही है। भाजपा के लिए एनडीए के सभी नेताओं का चुनाव प्रचार में शामिल होना एक नया प्रयोग होगा। इससे पहले लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री ने एनडीए के सहयोगी दलों के उम्मीदवारों के क्षेत्रों में भी प्रचार किया था।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी टीडीपी की ऐतिहासिक जीत में प्रधानमंत्री मोदी के चुनाव प्रचार का योगदान बताया था। लेकिन दिल्ली का चुनाव अलग है। यहां भाजपा चुनावी मैदान में है और जदयू व लोजपा को कुछ सीटें मिल सकती हैं।
एनडीए की एकजुटता का संदेश दिया जाएगा
एनडीए के अन्य सहयोगी दलों का कोई उम्मीदवार दिल्ली में संभवतः चुनाव मैदान में होगा। लेकिन इसके बावजूद एनडीए के नेता भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में प्रचार करेंगे। इससे जनता के बीच एनडीए की एकता का संदेश भी जाएगा।
इसलिए बनाई गई यह रणनीति
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि देश की राजधानी होने के कारण दिल्ली में सभी राज्यों के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। अलग-अलग सीटों पर जीत-हार में अलग-अलग राज्यों के लोग अहम भूमिका निभा सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए शीर्ष नेतृत्व ने एनडीए के सभी नेताओं को चुनाव प्रचार में शामिल करने का फैसला किया है।
भाजपा तय करेगी कार्यक्रम
एनडीए नेताओं के चुनाव प्रचार का पूरा कार्यक्रम भाजपा तय करेगी। उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में रैलियां या रोड शो आयोजित किए जाएंगे।
+ There are no comments
Add yours